ICT Class 6
Introduction to ICT Environment
Important Notes
ICT Class 6 Introduction to ICT Environment Important Notes – Here we will cover chapter 1 of ICT class 6 according to new curriculum of ICT for DOE students.
Table of Content –
- Computer
- Uses Of Computer
- हमारे दैनिक जीवन के कुछ क्षेत्र जहाँ पर computer का उपयोग बहुताय त से होता है –
- Types Of Computer
- Structure Of Computer
- OPERATING SYSTEM
- ICT
- Hardware and Software
- File and Folder
- Steps to Create Folder
- Steps to Create FILE
- Storage Unit
- कंप्यूटर- मेमोरी यूनिट (Computer-Memory Unit)
- Memory Units
Computer
Computer एक इलेक्ट्रॉनिक यन्त्र है जो सूचना को store करके , उसके manipulation (जोड़ – तोड़) में हमारी मदद करता है एवं हमारे द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार विभि न्न प्रकार के काम कर सकता है !
Uses Of Computer
हमारे दैनिक जीवन के कुछ क्षेत्र जहाँ पर computer का उपयोग बहुताय त से होता है –
● आंकड़ों का जोड़- तोड़ (data manipulation- processing) एवं storage ( संग्रह )
● शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावकारी और मनोरंजक तरीके से ज्ञान प्राप्त करना
● हॉस्पिटल में बीमारियों का पता लगाने में और मरीज़ों का इलाज करने में
● Office में सूचना का storage और presentation
● E-mail, chatting , मित्रों से वीडियो कॉन् फ़्रेंसिगं , व्यावसायिक संपर्क एवं परिवार से सम्बन्ध स्थापित करना
● बैंकिंग-सुविध ाजनक तरीके से मुद्रा का लेन-देन
● यात्रा (रेलवे / हवाई / सड़क) की जानकारी और टिकट बुकिंग
● मनोरंजन के लिए खेल खेलना, गाने सुनना, पिक्चर देखना
● विज्ञान के क्षेत्र में नयी खोज और तकनीकियों को आने और समझने में
● आर्ट और डिज़ाइन के क्षेत्र में
Types Of Computer
आकार के आधार पर Computer तीन तरह के हो सकते हैं –
- Desktop (डेस्कटॉप ) 2. Laptop (लैपटॉप) 3. Palmtop (पामटॉप )
Desktop (डेस्कटॉप) – इसको मेज़ के ऊपर रखकर उपयोग कर सकते हैं।
Laptop (लैपटॉप) – इसको हम अपने पैरों के ऊपर रखकर उपयोग कर सकते हैं।
Palmtop (पामटॉप) – इसको हम अपनी हथेली पर रखकर उपयोग कर सकते हैं। जैसे- टेबलेट, स्मार्ट फोन्स etc.
Structure Of Computer
Computer पर काम शुरू करने से पहले उसकी संरचना को जानना ज़रुरी है। Computer मुख्यतः तीन भागों में बँटा होता है –
● Input Unit (इनपुट यूनिट)
● Output Unit (आउटपुट यूनिट)
● C.P.U. – Central Processing Unit (सी. पी. यू.)
Input Unit (इनपुट यूनिट) : इस भाग से Computer में data एंट्री और आदेश दिया जा सकता है जैसे keyboard (कीबोर्ड), Mouse (माउस), आदि।
Output Unit (आउटपुट यूनिट) : Processed data output unit पर ही दिखाई देता है जैसे Monitor (मॉनिटर), Printer (प्रिंटर), आदि।
C.P.U. – Central Processing Unit (सी. पी. यू.) : इस भाग को Computer का दिमाग कहा जाता है| जिस तरह से हमारे शरीर का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग हमारा दिमाग है, जो हमारे शरीर के सारे निर्णय लेता है, उसी तरह से computer के सारे निर्णय C.P.U. (सी.पी.यू.) में लिए जाते हैं।
OPERATING SYSTEM
यह उपयोगकर्ता user और computer के बीच की कड़ी है जो user से आदेश लेकर computer तक पहुँचाती है और computer के उत्तर को user तक पहुँचाती है | यह programmes का समूह है जो computer के बुनियादी संचालन के लिए आवश्यक होता है | यह सबसे पहले शुरु होकर दूसरे programs को क्रियाशील होने के लिए सुयोग्य माहौल बनाता है |
Windows Operating System की पहली स्क्रीन कुछ इस तरह दिखायी देगी जिसे हम Desktop कहते हैं-
ICT
ICT का मतलब होता है Information and Communication Technology.
ICT अनेक सूचना और संपर्क तकनीकियों का समागम है जिसकी मदद से विभिन्न सूचनाओं को एक बेहतर और प्रभावकारी तरीके से खोजकर प्रस्तुत किया जा सकता है। ICT हमारी रोज़मर्रा कि ज़िन्दगी के हर क्षेत्र में बहुतमददगार है – जैसे कि शि क्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग आदि।
Hardware and Software
Hardware : भौतिक एवं वास्तविक जिनको हम देखकर और छूकर महसूस कर सकते हैं उनको हार्डवेयर कहते हैं जैसे कि मॉनिटर, माउस, कीबोर्ड, हार्ड डिस्क, CD, पेनड्राइव एवं संचार उपकरण जैसे कि computer, लैपटॉप, मोबाइल फोन, टेबलेट आदि ।
Software : ऐसे program का समूह जो संचार उपकरण को क्रियाशील बनाते हैं, उनको software कहते हैं जसै कि Windows Operating System , पेंटिगं software, प्रेजेंटेशन software, ऑफिस software आदि ।
File and Folder
File (फ़ाइल) : किसी भी विषय से संबंधित सारी सूचना या data को एक जगहपर संग्रहित किया जा सकता है जिसको File कहते हैं|
Folder (फ़ोल्डर) : Files को एक जगह पर बेहतर सुरक्षा और बेहतर प्रबंध की वजह से संग्रहित किया जा सकता है जिसको Folder कहते हैं|
Steps to Create Folder
Step 1: Computer में जिस जगह पर हम Folder बनाना चाहते हैं उस जगह पर माउस प्वाइंटर लाकर माउस के दाएँ बटन को दबाने से एक मैन्यू खुल जाएगा जिसमें विविध काम की लिस्ट होगी|
Step 2: New> Folder ऑप्शन को चुनें|
एक पीले रंग का Folder दिखाई देगा जिस पर New Folder लिखा होगा| हम यह नाम मिटाकर अपनी पसंद का कोई भी नाम दे सकते हैं
Steps to Create FILE
Step 1: Folder पर माउस का प्वाइंटर लाकर लेफ़्ट बटन से डबल क्लिक करके folder को खोलें ।
Step 2: Folder के अंदर माउस प्वाइंटर को लाकर, राइट माउस बटन को दबाएँ ।
Step 3: मेन्यू में से ‘New -> Text Document ऑप्शन को चुनें ।
एक ‘New Text Document’ नाम की file बन चुकी है|
Step 4: इस file पर माउस का प्वाइंटर लाकर लेफ़्ट बटन से डबल क्लिक करें । File खुल जाएगी। अब इस File में अपनी ज़रूरत के data को कीबोर्ड से टाइप कर सकते हैं ।
Step 5: File को Save करने के लि ए New Text Document के File मैन्यू पर क्लिक करें ।
दो विकल्प है:-
● Save ● Save As
File-> Save As -> ‘Save As’ Dialogue box खुल जाएगा|
अगर File का नाम या संग्रह स्थान (Location) बदलना चाहते हैं तो ‘Save As’ पर क्लि क करें वरना ‘Save’ पर क्लिक करें|
‘Save As’ डायलॉग बॉक्स में अपनी रुचि के अनुरूप स्थान और File का नाम डाल सकते हैं|
Storage Unit
Primary Storage Unit (प्राइमरी स्टोरेज यूनिट) : Computer में सूचना पहले अस्थाई रूप से संग्रह होती है जिसको बाद में ज़रूरत के अनुसार हम स्थाई बना सकते हैं| यह दो तरह की हो सकती है RAM ( Random Access Memory ), ROM ( Read Only Memory )
Secondary Storage Unit (सेकेंडरी स्टोरेज यूनिट) : यहाँ पर सूचना स्थाई रूप से संग्रह होता है, जैसे Hard Disk, CD, DVD, Pen Drive etc.
कंप्यूटर- मेमोरी यूनिट (Computer-Memory Unit)
मेमोरी यूनिट data की मात्रा है जिसे स्टोरेज यूनिट में स्टोर किया जा सकता है। यह भंडारण क्षमता बाइट्स-Bytes के संदर्भ में व्यक्त की जाती है।
मुख्य मेमोरी स्टोरेज इकाइयों की व्याख्या is given in table below–
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